मुंबई। नागपुर हिंसा पर महाराष्ट्र में सियासत जारी है। इस बीच कांग्रेस एमएलसी भाई जगताप ने महाराष्ट्र सरकार से सवाल किया। उन्होंने कहा कि लोगों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।
नागपुर हिंसा पर कांग्रेस एमएलसी भाई जगताप ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "बांग्लादेशी एंगल की जांच होनी चाहिए। राष्ट्रीय सुरक्षा, राज्य सुरक्षा या लोगों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। हालांकि, अगर कोई कुछ चीजों को छिपाने के लिए एजेंडा चला रहा है, तो यह सही नहीं है। चाहे वह औरंगजेब का मुद्दा हो या कोई और मामला हो, यहां ये क्या चल रहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "सरकार राज्य के किसान, लाडली बहना और बेरोजगारी पर बात नहीं करना चाहती है। हम जब इन मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं तो वह इस पर कोई चर्चा नहीं करते बल्कि वह इन मुद्दों से भागने की कोशिश करते हैं। ऐसे लोकतंत्र नहीं चलता है और इसी के खिलाफ हमारी लड़ाई है।"
कांग्रेस नेता भाई जगताप ने राज्यपाल के साथ विपक्ष की बैठक पर कहा, "लोकतंत्र में जिस तरीके से कामकाज होना चाहिए, वह नहीं हो रहा है। महाराष्ट्र जैसे राज्य में काम नहीं चल रहा है बल्कि उसे चलाया जा रहा है। इस सदन में जब कांग्रेस कई सालों तक सत्ता में थी, तो उसके सामने सिर्फ दो या चार ही सदस्य थे। हमने विरोधी पक्ष के नेता को पूरा सम्मान दिया है, लेकिन अब विरोधी पक्ष के नेता को मौका भी नहीं मिलता है।"
उन्होंने कहा, "सभापति के खिलाफ विपक्ष की ओर से अविश्वास का प्रस्ताव लाया गया है। आज इसी सिलसिले में हमने राज्यपाल से समय भी मांगा है।"
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भाई जगताप ने नागपुर हिंसा के लिए महाराष्ट्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सीएम देवेंद्र फडणवीस को इसका जवाब देना चाहिए। महाराष्ट्र में तीन-चार साल से इस तरह की घटनाएं चिंता का सबब हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज का महाराष्ट्र ऐसा कभी भी नहीं था।